जानिए किस तरह आसान तरीके से घर पर ही करें नेल एक्सटेंशन

By Ek Baat Bata | Nov 09, 2022

आजकल सभी चाहते हैं कि उनके हाथ और पैर सुंदर दिखे जिनसे उनकी ख़ूबसूरती में चार चांद लग जाए इसलिए सभी पहले से ही तैयार किए हुए नेल एक्सटेंशन (Nail Extension) को बेहद पसंद कर रहे है लेकिन आजकल के जमाने में सभी जानते हैं कि नेल एक्सटेंशन कैसे लगाया जाता है। प्राचीन काल से ही महिलाओं ने अपने नाखूनों को भिन्न भिन्न तरीकों से पेंट और एक्सेसराइज़ किया है। महिलाओं का लंबे नाखूनों की तरफ आकर्षण आज का नहीं बल्कि रानी महारानी के वक्त का ही है। वहीं कई मशहूर हस्तियों को अक्सर लंबे नाखूनों के साथ देखा गया है।

मैनीक्योर नेल एक्सटेंशन (Nail Extension) करने के लिए एक ऐसा पहला स्टेप है जिसमें आप अपने नाखूनों की साफ सफाई का ध्यान रखा जाता है और आगे के प्रकिया के लिए तैयार किया जाता है। 

नेल्स की करें बफिंग:- दरअसल बफिंग का मतलब नाखूनों को खुश्क करना होता है जिससे कि आपके नाखूनों पर एक्सटेंशन सही तरीके से इस्तेमाल की जा सके बफ आपके नाखूनों को बिल्कुल नया कर देता है तभी यह स्टेप बहुत जरूरी कहा जाता है जिसे हर पार्लर मे या घर पर भी आप आसानी से कर सकते हैं।

अच्छी किस्म का ले ग्लू:- अगला स्टेप नाखूनों पर ग्लू लगाने का है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्लू के बिना आप एक्सटेंशन का यूज़ नहीं कर पाएंगे बस ये ध्यान रहे कि एक बार में एक नाखून पर ही ग्लू लगाएं ताकि दूसरे नेल्स की ग्लू कहीं सूख ना जाए और आपकी मेहनत बेकार हो जाएं।

नेल पेंट लगाएं:- अब तैयार किए हुए नेल्स को अपनी मनपसंद नेल पेंट लगाकर आकर्षक बनाएं और साथ ही कम से कम नेलपेंट का दो कोट लगाएं जिससे आपके नाखून शाइन करने लग जाएँगे।

रेडीमेड एक्सटेंशन भी कर सकती है यूज़:-आजकल बाज़ार में और ऑनलाइन नेल एक्सटेंशन के बहुत से ऑप्शन आ गए हैं जहां आपको डिज़ाइन किए गए नेल्स बिना किसी मेहनत के ही तैयार मिल जाते हैं। 

बात करें नाखूनों की तो कुछ को मजबूत और सुंदर नाखूनों से नवाजा जाता है, वहीं दूसरों को साफ और सुंदर दिखने के लिए अपने नियमित मैनीक्योर पर बहुत ध्यान देना पड़ता है। नतीजतन, वर्तमान फैशन उद्योग में कृत्रिम नाखून या एक्सटेंशन लोकप्रिय होती ही जा रही हैं। और हर युवती इसे अपने रोज़ के लाइफ़स्टाइल में अपना रही है। ये नेल एक्सटेंशन (Nail Extension) ऐक्रेलिक, फाइबरग्लास या जेल से बने होते हैं, और इस प्रक्रिया को मूर्तिकला के रूप में भी जाना जाता है।