चेहरे के पोर्स बंद होने के कारण होते हैं कील-मुँहासे, आज ही बदलें अपनी ये 7 गलत आदतें

By Ek Baat Bata | Sep 08, 2020

हमारे चेहरे की त्वचा पर छोटे-छोटे रोमछिद्र (पोर्स) होते हैं जो त्वचा को साँस लेने में मदद करते हैं। आमतौर पर ये पोर्स काफी छोटे होते हैं और नज़र नहीं आते हैं लेकिन कई बार चेहरे पर गंदगी जमा होने के कारण ये दिखने लगते हैं। चेहरे की ठीक तरह से सफाई ना करने के कारण चेहरे पर पोर्स में डेड सेल्स, ऑयल और गंदगी जमा हो जाती है और पोर्स क्लॉग (बंद) हो जाते हैं। चेहरे पर पोर्स बंद होने के कारण पिंपल्स और ब्लैकहेड्स जैसी स्किन प्रॉब्लम्स होने लगती हैं। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे की आपकी डेली की ऐसी कौनसी आदतें हैं जिनसे क्लॉग्ड पोर्स की समस्या हो सकती है - 

रेटिनॉल का इस्तेमाल ना करना 
चेहरे की त्वचा पर रेटिनॉल युक्त ब्यूटी और स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ना करने के कारण भी रोमछिद्र भरने (क्लॉग्ड पोर्स) की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए ऐसे ब्यूटी और मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें जिनमें रेटिनॉल हो। रेटिनॉइड्स विटामिन ए का एक प्रकार होता है जो त्वचा में नए सेल बनाने में मदद करता है। रेटिनॉल के इस्तेमाल से चेहरे की त्वचा में नए सेल्स बनते हैं और क्लॉग्ड पोर्स की समस्या कम होती है। 

फोन पर बात करने से 
क्या आप जानते हैं कि आपके फोन की स्क्रीन पर एक टॉयलेट सीट से भी दस गुना ज़्यादा बैक्टेरिया होते हैं। हमारे मोबाइल फोन की स्क्रीन धुल-मिट्टी और बैक्टेरिया के लिए मैगनेट की तरह काम करती है। इसके अलावा दिन भर में मेकअप, स्किन ऑयल और प्रदूषण मोबाइल स्क्रीन पर जमा होता रहता है। जब भी हम फोन को चेहरे के करीब लाते हैं ये सारे बैक्टीरिया हमारे चेहरे पर आ जाते हैं जिसकी वजह से पिंपल और क्लॉग्ड पोर्स की समस्या होती है।

ज़्यादा देर धूप में रहना 
धूप में ज़्यादा देर रहने से चेहरे की त्वचा अपनी नमी खोने लगती है। त्वचा को डीहायड्रेट होने से बचाने के लिए चेहरे पर मौजूद ऑयल ग्लैंड्स ज़्यादा मात्रा में ऑयल निकालते हैं। चेहरे पर ज़्यादा मात्रा में तेल निकलने से चेहरे के रोमछिद्र बड़े दिखने लगते हैं और पिंपल्स और ब्लैकहेड्स निकलने लगते हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक रोमछिद्र को बढ़ने से रोकने के लिए हमेशा धूप में बाहर जाने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं। 

टोनर का इस्तेमाल ना करना  
चेहरे पर लंबे समय तक धूल-मिट्टी जमा रहने के कारण रोमछिद्र बड़े हो जाते हैं। अगर चेहरे की ठीक से सफाई ना की जाए तो चेहरे के पोर्स में गंदगी भर जाती है जिससे क्लॉग्ड पोर्स की समस्या होती है। टोनर चेहरे पर जमा डेड सेल्स और गंदगी साफ को साफ करता है और पोर्स को बढ़ने से रोकता है। स्किन केयर रूटीन में टोनर इस्तेमाल ना करने से चेहरा ठीक तरह से साफ नहीं हो पाता और पोर्स में गंदगी जमा रहती है। 

भले ही आप अच्छा स्किन केयर रूटीन फॉलो करती हों लेकिन अगर आप अपने मेकअप टूल्स की सफाई नहीं करती तो आपको पिंपल्स-ब्लैकहेड्स जैसी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। जब हम मेकअप ब्रश या स्पॉन्ज इस्तेमाल करते हैं तो उस पर हमारी स्किन से निकला ऑयल, डेड सेल्स और मेकअप लग जाता है। मेकअप टूल्स को ठीक से साफ ना करने के कारण ये सारी गंदगी हमारे चेहरे पर वापस लग जाती है और पोर्स में भर जाती है। 

ऑयल-बेस्ड हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल    
ऑयल-बेस्ड हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से भी पिंपल्स, ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स और क्लॉग्ड पोर्स की समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब हमारे बाल चेहरे के कॉन्टैक्ट में आते हैं तो हेयर प्रोडक्ट में इस्तेमाल होने वाला ऑयल हमारे चेहरे पर लग जाता है। ज़्यादातर पिंपल्स और ब्लैकहेड्स भी उन जगहों पर होते हैं जहाँ बाल लगते हों जैसे माथा, चेहरे के साइड में और गले पर। 

वॉटरप्रूफ मेकअप लगाना 
ज़्यादातर वाटरप्रूफ मेकअप में सिलिकॉन का इस्तेमाल किया जाता है। मेकअप में सिलिकॉन होने के कारण हमारे चेहरे की त्वचा खुलकर साँस नहीं के पाती है। रोजाना वाटरप्रूफ मेकअप इस्तेमाल करने से पोर्स भर जाते हैं और पिंपल्स होने लगते हैं।