कॉस्मेटिक्स से होता है रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर बुरा असर, बढ़ता है इंफर्टिलिटी का खतरा
By Ek Baat Bata | Nov 17, 2020
सुंदर दिखने के लिए महिलाऐं कई तरह के ब्यूटी और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करती हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। जी हाँ, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल्स से महिलाओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर बुरा असर होता है। इस बात की पुष्टि एक शोध में भी हो चुकी है। शोध की रिपोर्ट में सामने आया है कि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में एंडोक्राइन डिसरप्टिंग हॉर्मोन (EDC) मौजूद होते हैं जिससे महिलाओं की के रिप्रोडक्टिव हार्मोन्स पर बुरा असर डालते हैं। कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में बीपीए (BPA), डीपीटी (DPT), पीएफए (PFA), पीसीबी (PCB) और डायोक्सिन (Dioxin) जैसे खतरनाक केमिकल्स पाए जाते हैं जो हमारे रिप्रोडक्टिव सिस्टम के काम करने के तरीके में बाधा पैदा करते हैं। शोध में यह बात भी सामने आई है कि EDC के संपर्क में आने के कारण महिलाओं के रिप्रोडक्टिव हार्मोन के स्तर पर असर पड़ता है। इससे अनियमित पीरियड्स, एंडोमेट्रिओसिस, फाइब्रॉइड्स और इंफर्टिलिटी जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
एक शोध में पाया गया कि हेयर प्रोडक्ट्स जैसे शैम्पू, ऑयल, कंडीशनर आदि का संबंध महिलाओं के पीरियड्स से भी होता है। शोध में पाया गया कि जिन लड़कियों ने बचपन में ही हेयर ऑयल इस्तेमाल करना शुरू किया उनमें पीरियड्स जल्दी शुरू होने का 4 प्रतिशत ज्यादा रिस्क था। कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में मौजूद ECD और अन्य हानिकारक केमिकल्स के कारण यूट्रस में फाइब्रॉइड और ट्यूमर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यूट्रस में फाइब्रॉइड के कारण अधिक दिनों तक पीरियड्स, दर्द, हैवी ब्लीडिंग, कब्ज और पेशाब करने में परेशानी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। अधिक समय तक फाइब्रॉइड होने के कारण एनीमिया, इनफर्टिलिटी और गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
शोध में यह बात भी सामने आई कि फाइब्रॉइड और ट्यूमर का खतरा ऐसे फैक्टरी वर्कर्स में ज्यादा होता है जो DPT जैसे खतरनाक केमिकल्स के सम्पर्क में ज्यादा आते हैं। शोध में पाया गया कि हेयर ड्रेसर्स और कॉस्मेटोलॉजिस्ट्स में गर्भपात और इंफर्टिलिटी और अन्य तरह की रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़ी बीमारियों का खतरा अधिक होता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कम करें और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स इस्तमाल करने से पहले हमेशा इसके बारे में सही तरह से जान लें। ऐसे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स जिनमें DPT और EDC जैसे हानिकारक केमिकल्स मौजूद हों, उनका इस्तेमाल करने से बचें।