Arabian Beauty Care: अरेबियन महिलाओं की तरह पाना चाहती हैं मखमली स्किन, फॉलो करें ये स्किन केयर रूटीन

By Ek Baat Bata | Dec 13, 2023

हम सभी अरेबियन देशों के बारे में काफी कुछ सुनते चले आ रहे हैं। अपनी प्राकृतिक खूबसूरती की वजह से यह देश पूरी दुनिया में जाना जाता है। वहीं यहां पर रहने वाले लोग भी काफी ज्यादा खूबसूरत होते हैं। खासतौर पर अरेबियन महिलाओं की खूबसूरती देखते बनती हैं। अरेबियन महिलाओं की फ्लॉलेस त्‍वचा देखकर हम भी उनकी तरह दिखना चाहते हैं। लेकिन उनको वह रंग और स्किन टेक्सचर बाय बर्थ मिलता है। 

हांलाकि आप अरेबियन स्किन केयर रूटीन से अपनी स्किन को फ्लॉलेस और खूबसूरत बना सकती हैं। ऐसे में अगर आप भी अरेबियन महिलाओं की तरह खूबसूरत और फ्लॉलेस स्किन पाना चाहती हैं। तो यह आर्टिकल आपके लिए है। इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ होम रेमेडीज के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसे अरेबियन महिलाएं भी स्किन केयर रूटीन में फॉलो करती हैं। ऐसे में आप भी इस स्किन केयर रूटीन को फॉलो कर सकती हैं। 

हमाम बाथ 
बता दें कि हमाम बाथ स्टीम सोहना बाथ की तरह होता है। यह नहाने का टर्किश तरीका होता है। वहीं पहले के समय में कई सारी महिलाएं मिलकर स्टीम बाथ लेती थीं। लेकिन वर्तमान समय में ऐसा संभव नहीं है। स्टीम बाथ हमारी स्किन के लिए काफी फायदेमंद होता है। स्टीम बाथ लेने से बॉडी पर चढ़ी डेड स्किन की परत हट जाती है और पोर्स ओपन हो जाते हैं। साथ ही त्वचा में फंसी गंदगी भी साफ हो जाती है। 

इसके अलावा स्टीम बाथ लेने से स्किन में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। जिससे स्किन की रंगत निखरने के साथ ही ग्लो भी आता है। हांलाकि रोजाना हमाम बाथ लेना आसान नहीं होता है। लेकिन आप सप्ताह में एक बार इस तरह से बाथ ले सकती है, तो इसका असर आपकी स्किन पर देखने को मिलेगा। जाहिर है आपका वॉशरूम स्टीम बाथ के मुताबिक नहीं बना होगा। इसलिए आप सप्ताह में एक बार टॉवल बाथ ले सकती हैं। 

कैमिल मिल्‍क
अरब देशों का अधिकतर हिस्सा रेगिस्तान होता है। इसलिए यहां पर ऊंट काफी संख्या में पाए जाते हैं। वहीं सेहत के लिए ऊंट का दूध काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। साथ ही यह स्किन के लिए भी लाभकारी होता है। क्योंकि ऊंट के दूध में विटामिन बी, विटामिन सी और विटामिन बी12 पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। वहीं ऊंट के दूख में एल्फा हाइड्रोक्सी और विटामिन डी भी पाया जाता है। ऐसे में ऊंट का दूध त्वचा पर लगाने से कई फायदे मिलते हैं। इससे स्किन सप्पल, रिंकल फ्री होने के साथ स्मूद हो जाती है।

आप चाहें तो रोजाना ऊंट के दूध से स्किन की क्लोनिंग कर सकती हैं। ऐसा रोजाना करने से स्किन की फाइन लाइंस कम होने के साथ त्वचा में कसाव आता है। 35 प्लस वाली महिलाओं को झुर्रियों से छुटकारा पाने के लिए इससे अच्छा घरेलू नुस्खा और कोई नहीं हो सकता है। 

दही का इस्तेमाल
दही भी अरेबियन महिलाओं की स्किन केयर रूटीन में अहम स्थान रखता है। हांलाकि भारतीय महिलाएं भी दही का इस्तेमाल स्किन केयर रूटीन में करती हैं। दही एक नेचुरल एक्‍सफोलिएट होता है। इसको लगाने से आपकी त्वचा हाइड्रेट रहती है। साथ ही स्किन को डीप नरिशमेंट भी मिलता है। बता दें कि दही में एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज पाया जाता है, जो आपको स्किन पोर्स में कसाव लाने का काम करता है। 

इसके अलावा दही के इस्तेमाल से त्वचा में होने वाली टैनिंग और डार्क सर्कल को हल्का किया जा सकता है। दही आपकी त्वचा को ग्लोइंग बनाने का काम करता है। ऐसे में अगर आप भी रोजाना चेहरे पर दही का इस्तेमाल करती हैं, तो आपकी भी स्किन अरेबियन महिलाओं की तरह चमकदार हो सकती है। 

एलोवेरा जेल
इंडियन ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट्स में भी एलोवेरा जेल का प्रयोग खूब होता है। अरेबियन महिलाओं की स्किन केयर रूटीन का एलोवेरा जेल एक अहम हिस्सा होता है। यह आपकी त्वचा के लिए एक नेचुरल मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है। आप इसको गुलाबजल या फिर दूध के साथ मिक्स कर चेहरे पर अप्लाई कर सकती हैं। इसमें विटामिन सी की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। एलोवेरा जेल को स्किन पर लगाने से न सिर्फ स्किन का रंग साफ होता है, बल्कि आपकी स्किन ग्लोइंग होती है। एलोवेरा जेल आपकी स्किन को शीशे की तरह निखारता है। 

अरेबियन ऑयल्स
हांलाकि हम पहले भी आर्गन ऑयल के बारे में बात कर चुके हैं। यह न सिर्फ स्किन बल्कि बालों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। बता दें कि अफ्रीकन कंट्री मोरक्को में ऑर्गन तेल बनाया जाता है। लेकिन भारत में अन्‍य तेलों के साथ ब्लैंड कर एसेंशियल ऑयल का स्किन और बालों पर इस्तेमाल किया जाता है। या फिर ऑलिव ऑयल या नारियल तेल में एसेंशियल ऑयल की 2-3 बूंद मिक्स कर अपने फेस की मसाज करें। 

आर्गन ऑयल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। ऐसे में यह स्किन को रिपेयर करता है। अगर आप रोजाना इस तेल से अपने चेहरे की मालिश करती हैं। तो आपकी स्किन भी मखमल की तरह कोमल हो जाएगी। साथ ही यह इलास्टिसिटी को भी बरकरार रखने का काम करता है।