'शेरशाह' विक्रम बत्रा असल ज़िंदगी में थे बहुत फिल्मी, अंगूठा काटकर प्रेमिका की भरी थी माँग
By Ek Baat Bata | Aug 12, 2021
कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक 'शेरशाह' आज अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज हो गई है। इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा की भूमिका निभाई है। इस फिल्म में कियारा आडवाणी भी मुख्य भूमिका में हैं। कियारा ने फिल्म में कैप्टन बत्रा की प्रेमिका डिंपल चीमा की भूमिका निभाई है। विक्रम बत्रा ने कारगिल युद्ध में अपनी जान की परवाह न करते हुए 16 हजार फीट की ऊंचाई पर छुपे दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे। अपने साथियों की जान बचाते हुए विक्रम 7 जुलाई 1999 को शहीद हो गए थे। कैप्टन विक्रम बत्रा को उनकी वीरता और देशभक्ति के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। कैप्टन विक्रम बत्रा को सिर्फ उनकी बहादुरी के लिए ही नहीं बल्कि उनकी प्रेम कहानी के लिए भी याद किया जाता है। विक्रम और डिंपल की कहानी बेहद अनोखी है। दोनों का एक-दूसरे के प्रति जो प्रेम और बलिदान है, वो आज के समय में मिलना मुश्किल है। आइए जानते हैं विक्रम और डिंपल की कहानी -
विक्रम बत्रा और डिंपल चीमा पहली बार साल 1995 में पंजाब युनिवर्सिटी में मिले थे। दोनों ने युनिवर्सिटी में एमए इंग्लिश में एडमिशन लिया था और क्लासमेट्स थे। दोस्ती से शुरू हुआ रिश्ता चंद मुलाकातों के बाद प्यार में बदल गया। विक्रम और डिंपल ने शादी करने का फैसला कर लिया था लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था। 1996 में विक्रम का सेलेक्शन इंडियन मिलिट्री एकेडमी में हो गया और वे देहरादून चले गए। लेकिन इन दूरियों ने विक्रम और डिंपल के प्यार और विश्वास की डोर को और भी मजबूत कर दिया। विक्रम जब भी अपनी पोस्टिंग के बीच चंडीगढ़ आते तो डिंपल के साथ वक्त गुजरते थे।
विक्रम के बारे में बताते हुए डिंपल ने एक मीडिया वेबसाइट को बताया था कि वे दोनों अक्सर मनसा देवी मंदिर और गुरुद्वारा श्री नाडासाहेब दर्शन करने जाते थे। उस समय की एक घटना को याद करते हुए डिंपल बताती हैं कि एक बार परिक्रमा पूरी करने के बाद विक्रम ने अचानक उनसे कहा, 'बधाई हो मिसेज बत्रा'। क्या आपको अंदाजा है कि हम चौथी बार परिक्रमा को पूरा कर रहे हैं? ' यह सुनकर डिंपल हैरान रह गयी थीं। वह कहती हैं कि विक्रम बत्रा में रिश्ते के प्रति समर्पित भावना और प्रतिबद्धता थी।
डिंपल के मुताबिक विक्रम फुल फिल्मी थे। उन्होंने बताया कि एक बार जब उन्होंने विक्रम से शादी के बारे में पूछा तो विक्रम ने अपनी जेब से एक ब्लेड निकालकर अपनाअंगूठा काट दिया। इसके बाद विक्रम ने अपने खून से डिंपल की मां भर दी। डिंपल कहती हैं कि यह उनके जीवन का सबसे कीमती पल था, जिसे वो आजतक भुला नहीं पाईं हैं। आज विक्रम के शहीद होने के 22 साल बाद भी डिंपल ने शादी नहीं की है और अपनी पूरी ज़िंदगी विक्रम की यादों के साथ गुजरने का फैसला किया है।