पिटाई का बच्चे पर होता है यह असर, हाथ उठाने से पहले जान लें ये बातें
By Ek Baat Bata | Jun 16, 2021
बच्चे गलती करते हैं और ऐसे में पेरेंट्स का उनको डाँटना स्वाभाविक है। कई बार बच्चे ऐसी गलतियां कर देते हैं जिसकी वजह से पेरेंट्स का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है और वे बच्चों पर हाथ उठा देते हैं। हालांकि इसके पीछे पेरेंट्स का इरादा बस इतना होता है कि बच्चा अनुशासन सीखे और उन गलतियों को बार-बार ना दोहराए। लेकिन कई पेरेंट्स की यह आदत बन जाती है कि वह बच्चे की छोटी सी गलती पर भी उसे डांटते या मारते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस तरह से बच्चे को मारने-पीटने से उसके दिमाग पर क्या प्रभाव पड़ता है। आइए हम आपको बताते हैं -
- अगर आप बच्चे को गलती करने पर मारते हैं तो हो सकता है कि वह पिटाई से बचने के लिए झूठ बोलने लगे। अगर आप बच्चे को उसकी किसी गलती पर बार-बार मारेंगे तो वह आपसे झूठ बोलना शुरु कर देगा। इसलिए बेहतर है कि बच्चे को गलती करने पर मारने की वजह है उसे प्यार से समझाएं।
- अगर आप बच्चे की छोटी-छोटी गलतियों पर भी उसे डांटेंगे या मारेंगेतो तो इससे उसके मन में डर बैठ सकता है। पेरेंट्स के डांटने या मरने से ना केवल बच्चों को शारीरिक पीड़ा होती है बल्कि इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर हो सकता है।
- अगर आप बच्चे की गलतियों पर बार-बार उसे बुरा महसूस करवाएंगे तो इससे बच्चे का आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है। अगर पेरेंट्स बच्चे को बार-बार यह महसूस करवाते हैं कि उसने गलती की है तो बच्चे को भी लगने लगता है कि वह बुरा इंसान है।
- पेरेंट्स को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि बच्चे को ज्यादा मारने से उसके मन में आपके प्रति हीन भावना पैदा हो सकती हैं। अगर आप उसकी गलतियों पर उसे मारेंगे तो वह आपसे दूर होता चला जाएगा। कई बार बच्चों को जिस चीज के लिए डांटा या मारा जाता है, वे वही गलतियां बार-बार करते हैं।
- अक्सर बच्चे पेरेंट्स की डांट या मार के कारण ढीठ बन जाते हैं। ऐसे बच्चे किशोरावस्था तक आते-आते हर छोटी बात पर विद्रोह करने लगते हैं। उन्हें लगता है कि गलती करने पर ज्यादा से ज्यादा उन्हें डांट या मार पड़ेगी। इसलिए वह हर काम अपने मन का ही करने लगते हैं।