Parenting Tips: आपके बच्चे दुश्मनों की तरह करते हैं झगड़ा, तो हर पेरेंट्स को अपनाना चाहिए ये टिप्स

By Ek Baat Bata | Jun 14, 2023

बच्चे हर घर की रौनक होते हैं। अगर घर में एक या एक से अधिक बच्चे होते हैं तो पूरा दिन घर में चहलकदमी होती रहती है। बच्चे अपने भाई-बहनों के साथ दोस्तों की तरह रहते हैं। जहां वह एक दूसरे के साथ रहते हैं, न सिर्फ बातें शेयर करते हैं, बल्कि एक-दूसरे के साथ राज भी छिपाते हैं। कई बार बच्चे माता-पिता की डांट से भी एक-दूसरे को बचाते हैं। भाई-बहनों का यह प्यार लगभग हर घर में देखने को मिलता है। लेकिन कई बार इनमें झगड़ा भी हो जाता है। 

हालांकि बच्चों की प्यार भरी तकरार ही उनके रिश्ते को अधिक मजबूत बनाने का काम करती है। जब भाई-बहनों में बहुत ज्यादा झगड़ा न बढ़ जाए और वह एक-दूसरे के दुश्मन बनने लगते हैं। तो हर माता-पिता को उनके बीच प्यार और स्नेह बनाए रखने के लिए इन टिप्स को अपनाना चाहिए। इससे उनके बीच का रिश्ता अधिक महसूस हो सकेगा।

प्यार से समझाएं
अगर आपके भी बच्चे जरूरत से ज्यादा लड़ाई-झगड़ा करने लगे हैं। साथ ही वह भाई-बहनों के साथ खेलना या समय बिताना न पसंद करें। तो पेरेंट्स को उनके बीच में हस्तक्षेप करना चाहिए। इस दौरान बच्चों से बैठकर बाते करें। साथ ही यह जानने की कोशिश करें कि वह आखिर एक-दूसरे से इतना क्यों ल़ड़ रहे हैं। कई बार बड़ा भाई-बहन छोटे-भाई-बहनों से इन्सिक्योर फील करने लगते हैं। ऐसे में बच्चों के बीच की परेशानी समझकर पेरेंट्स को उन्हें समझाना चाहिए।

साथ में दें काम
अक्सर गलतफहमी के चलते भाई-बहनों के बीच में झगड़ा हो जाता है। कई बार बच्चे एक-दूसके को इतना अधिक समय नहीं दे पाते। जिसके कारण उनके विचार भी एक-दूसरे के अज्ञात रहते हैं। इसलिए माता-पिता को बच्चों को साथ में काम देना चाहिए। जिससे कि बच्चे काम को आपस में मिलकर करें। इस दौरान वह एक-दूसरे के साथ न सिर्फ समय बिताते हैं। बल्कि एक-दूसरे को समझने भी लगते हैं। इस टिप्स से बच्चों के बीच के तनाव को कम किया जा सकता है।

बच्चों के बीच में न बोलें
अक्सर जब भी बच्चे लड़ाई-झगड़ा करते हैं तो माता-पिता हस्तक्षेप करने लगते हैं और किसी एक का पक्ष लेते हैं। ऐसे में बच्चों के बीच तनाव अधिक बढ़ सकता है। इसलिए बच्चों के विवाद उन्हें खुद सुलझाने दें। छोटी-मोटी लड़ाई होने पर पेरेंट्स को बच्चों के बीच में नहीं आना चाहिए।

बच्चे की संगत पर दें ध्यान
पारिवारिक रिश्ता होने के साथ ही भाई-बहन एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं। जब बच्चे बड़े होते हैं तो उनके बाहर भी दोस्त बनते हैं। ऐसे में अगर बच्चे को बाहर गलत संगत मिलती है। तो वह घर पर भाई-बहनों से भी उसी तरह बात या बर्ताव करने लगता है। ऐसे में पेरेंट्स को बच्चों की संगत पर अधिक ध्यान देना चाहिए।