Parenting Tips: बच्चों में ऐसे विकसित करें सही-गलत की समझ, मानसिक रूप से बनेंगे मजबूत

By Ek Baat Bata | Jun 10, 2024

हर पेरेंट्स अपने बच्चे के पालन-पोषण के दौरान कई चुनौतियों से गुजरते हैं। क्योंकि पेरेंट्स के मन में यह डर बना रहता है कि कहीं बच्चा गलत संगत में न फंस जाए। ऐसे में अगर आप भी पेरेंट्स हैं और आपके मन में भी यही डर बना रहता है, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से आप बच्चे के अंदर सही और गलत की समझ को विकसित कर सकते हैं। साथ ही इन टिप्स की मदद से आप अपने बच्चे को मानसिक रूप से भी मजबूत बना सकेंगे।

ऐसे सिखाएं अच्छी आदतें
आपको बता दें कि बच्चे को गलत और सही का फर्क समझाना इतना भी मुश्किल नहीं है, जितना कि हमें लगता है। क्योंकि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं। ऐसे में पेरेंट्स उनको जैसे चाहे वैसे ढाल सकते हैं। ध्यान रखें कि बच्चे उन चीजों को जल्दी सीखते हैं, जो वह आपको करते हुए देखते हैं।

बच्चे अपने पेरेंट्स को जो काम या एक्टिविटी करते देखते हैं, उन्हें जल्दी सीखते व अपनाते हैं। बजाय इसके कि जो आप उनको बोलकर सिखाने का प्रयास करते हैं। इसलिए बतौर पेरेंट्स आपको बच्चों के सामने कोई भी ऐसी एक्टिविटी नहीं करनी चाहिए, जो आप अपने बच्चे में नहीं देखना चाहते हैं। आप बच्चे के सामने बड़ों का अपमान, अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल, मारपीट, ड्रिंक और स्मोकिंग या चीखना-चिल्लाना आदि न करें।

कैसे विकसित करें सही गलत की समझ
अगर आप भी अपने बच्चे को सही-गलत की समझ देना चाहते हैं, तो उन्हें आप कहानियों के जरिए कुछ भी समझा या सिखा सकते हैं। आप बच्चे को सही-गलत का फर्क, अच्छी बातें, अच्छे संस्कार और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कहानियों की मदद ले सकते हैं।

बच्चों में अच्छी आदतें विकसित करने के लिए आप उनको भगवान राम और श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं की कहानियां सुना सकते हैं। इसके साथ ही बच्चे को महाभारत के बारे में बताएं और जीवन की महत्वपूर्ण और रोचक घटनाओं को कहानी के रूप में सुनाएं।
 
इसके अलावा आप अपने बच्चों को चंद्रशेखर आजाद, सुभाषचंद्र बोस और रानी लक्ष्मीबाई जैसे देशभक्तों की कहानियां सुनाएं। बता दें कि इन कहानियों से मिलने वाली सीख से बच्चे मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे और भविष्य में मैच्योर इंसान बनेंगे।