मोबाइल फोन के ज़्यादा इस्तेमाल से बच्चों के दिमाग पर होता है यह असर
By Ek Baat Bata | Jul 20, 2021
आजकल पेरेंट्स बिजी होने के कारण अपने बच्चों को बहलाने के लिए उन्हें मोबाइल फोन थमा देते हैं। कोरोना के कारण ऑनलाइन क्लासेज की वजह से स्मार्टफोन का इस्तेमाल और ज्यादा बढ़ गया है। आजकल बच्चे गेम खेलने से लेकर पढ़ाई करने तक के लिए दिनभर मोबाइल फोन पर लगे रहते हैं। लेकिन मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों के दिमाग पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आज के इस लेख में हम आपको मोबाइल फोन के कारण बच्चों को होने वाले नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं -
- यदि आपका बच्चा बाहर खेलने जाने के बजाय दिनभर मोबाइल पर गेम खेलने में बिजी रहता है तो इससे उसके बिहेवियर पर नेगेटिव असर हो सकता है। जो बच्चे आउटडोर गेम्स खेलने की बजाए दिनभर मोबाइल पर लगे रहते हैं वे सोशल एंजाइटी के शिकार जल्दी होते हैं। ऐसी बच्चों को मूड स्विंग की समस्या बी ही अधिक होती है।
- जो बच्चे मोबाइल फोन का इस्तेमाल ज़्यादा करते हैं उनका दिमाग हर समय एक्टिव रहता है। मोबाइल फोन पर गेम्स खेलने से बच्चों में एग्रेशन बढ़ता है और वे छोटी-छोटी बातों पर भी चिड़चिड़े हो जाते हैं। जो बच्चे मोबाइल फोन का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं वे दूसरों के साथ जल्दी घुल-मिल नहीं पाते हैं और अकेले रहना ज्यादा पसंद करते हैं।
- आज कल हाई टेक्नोलॉजी की वजह से बच्चों के पढ़ने-सीखने का तरीका भी बदल गया है। आज के समय में एक क्लिक में बच्चों को सारी जानकारी मिल जाती है। इससे बच्चे पढ़ाई में ज्यादा दिमाग नहीं लगाते हैं और आसान सी चीजों के लिए भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं। नतीजन ऐसे बच्चे पढ़ाई में पिछड़ने लगते हैं जिसके कारण उन्हें पेरेंट्स और टीचर्स की फटकार का सामना करना पड़ता है।
- दिन भर मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से बच्चों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जो बच्चे मोबाइल फोन पर गेम ज्यादा खेलते हैं या सोशल मीडिया का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं उन्हें ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है। ऐसे बच्चों के दिमाग में हर समय गेम या सोशल मीडिया की बातें ही घूमती रहती हैं।
- दिनभर मोबाइल फोन पर लगे रहने से बच्चों के दिमाग पर भी निगेटिव असर होता है। मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन से बच्चों की सोचने की क्षमता प्रभावित होती है और इससे उनकी याददाश्त भी कमजोर हो सकती है।