हर पेरेंट्स अपने बच्चे को आज्ञाकारी बनाना चाहते हैं। पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे घर के सदस्यों से लेकर बाहर तक के लोगों का सम्मान करें। लेकिन अगर हम आपसे कहें कि बच्चे का ज्यादा आज्ञाकारी होना भी सही नहीं है, तो शायद आपको यह थोड़ा सा अजीब लगे। लेकिन आज के समय को देखते हुए बच्चों के बच्चों की परवरिश करने के तरीके में थोड़ा बदलाव लाना बहुत जरूरी है। हांलाकि कई बार पेरेंट्स बच्चों को आज्ञाकारी बनाने के चक्कर में उन पर जरूरत से ज्यादा प्रेशर डालते हैं, जिसके कारण बच्चे का कॉन्फिडेंस लो हो सकता है।
पेरेंट्स को अपने बच्चों को आज्ञाकारी बनाने के लिए कुछ बातों को जरूर सिखाना चाहिए। जिससे कि आपकी गैरमौजूदगी में भी बच्चा मजबूत रहे। क्योंकि कॉम्पटीशन का दौर देखकर सीधे बच्चे अक्सर पिछड़ जाते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज के समय में बच्चों को कौन सी बातें सिखाना जरूरी होता है।
बच्चों को न कहना सिखाएं
बच्चे को आज्ञाकारी बनाना जरूरी है, लेकिन इसके साथ ही उन्हें न कहना भी सिखाएं। क्योंकि जिंदगी में कई ऐसी चीजें होती हैं, जिनके लिए न कहना जरूरी होता है। इससे आपका बच्चा पूरे कॉन्फिडेंस के साथ गलत बात पर बिना डरे मना करने में सक्षम बनेगा।
आंख मिलाकर बात करना सिखाएं
अगर आपका बच्चा किसी से आंख मिलाकर बात करता है, तो इसका मतलब यह नहीं होता है कि वह बदतमीज है। बल्कि बतौर पेरेंट्स बच्चे को सिखाएं कि वह पूरी स्पष्टता के साथ नजरें मिलाकर अपनी बात लोगों के सामने रखे। इससे बच्चे के अंदर खुद के लिए स्टैंड लेने का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
मेलजोल से न डरें
पेरेंट्स को चाहिए कि वह अपने बच्चे को बचपन से ही थोड़ी सोशल चीजें सिखाएं। जिससे कि वह लोगों से मेलजोल करने से न डरें। इस आदत से बच्चे न सिर्फ स्कूल बल्कि कॉलेज और ऑफिस आदि की छोटी-छोटी बातों से परेशान नहीं होंगे।
लोग क्या कहेंगे
हर पेरेंट्स को अपने बच्चे को यह जरूर सिखाना चाहिए कि उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ना चाहिए कि लोग उनके बारे में क्या सोचेंगे या क्या कहेंगे। बच्चे को वह करना सिखाएं जो असल में सही है। इससे आपका बच्चा मजबूत बनेगा। ऐसे में वह आपके साथ अच्छी व बुरी दोनों तरह की बातों को शेयर करेगा। क्योंकि वह जानता होगा कि असल में उसके पेरेंट्स उसके साथ हैं।