Parenting Tips: टीनएज बच्चों के जीवन में पेरेंट्स नहीं करनी चाहिए ज्यादा ताक-झांक, रिश्ते में आने लगती है दूरियां

By Ek Baat Bata | Sep 20, 2023

बड़े होते बच्चों को अपने पेरेंट्स के नसीहतों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन जब वही पेरेंट्स अपने बच्चों की लाइफ में बेवजह ताक-झांक करने लगते हैं, या बच्चों पर भरोसा जताने लगते हैं। तो पेरेंट्स और बच्चों के बीच एक ऐसी दीवार बन जाती है, जो उनके रिश्ते को प्रभावित करती है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बच्चों की उन परेशानियों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिन्हें अक्सर पेरेंट्स समझना नहीं चाहते हैं।

प्राइवेसी ना देना
अगर आपके बच्चे टीनएज में आ रहे हैं, तो पेरेंट्स को चाहिए कि वह अपने बच्चों को थोड़ी सी प्राइवेसी दें। लेकिन कई बार पेरेंट्स इस बात को नहीं समझते हैं और हर वक्त बच्चों के साथ रोक-टोक किया करते हैं। टीएनज में ना सिर्फ शारीरिक बल्कि बच्चों में मानसिक रूप से भी बदलाव आने लगते हैं। ऐसे में बच्चों को थोड़ी देर खुद के साथ भी वक्त गुजारने दें।

दोस्‍तों से लगाव
कई पेरेंट्स बच्चों के जीवन को कंट्रोल में रखना चाहते हैं। ऐसे में पेरेंट्स यह भी चाहते हैं कि बच्चे उनकी मर्जी से दोस्त बनाएं। ऐसे में पेरेंट्स को यह समझना चाहिए कि बच्चों अपनी जरूरत के अनुसार दोस्त बनाते हैं। क्योंकि बच्चों के लिए परिवार के साथ दोस्तों का होना भी जरूरी होता है।

अपूर्णता का करें सम्मान
कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं हो सकता है। यह बात हर पेरेंट्स को स्वीकार करनी चाहिए। लेकिन अगर आप अपनी गलतियों को बच्चे के सामने स्वीकार करने से हिचकिचाते हैं, या हर समय बच्चे में कमी निकालते रहते हैं। तो बच्चे भी अपने पेरेंट्स की गलतियों या उनकी अपूर्णता का सम्मान नहीं करते हैं।

जनरेशन में बदलाव
कई पेरेंट्स अपने जमाने की पैरेंटिंग को अपने बच्चों के सिर पर भी थोपना चाहते हैं। ऐसे में उनको यह समझना होगा कि समय बदल चुका है। ऐसे में माता-पिता को जनरेशन चेंज को स्वीकारना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर बच्चों और पेरेंट्स के बीच दूरी बनती चली जाती है।

एक-दूसरे से अलग होना
हर इंसान एक-दूसरे के अलग होता है। इसका मतलब यह नहीं कि अगर आपका बच्चा चंचल या बातूनी है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपका बच्चा सिंसीयर नहीं है। ऐसे में आप उनपर एक साथ जिम्मेदारियां थोपने से बचें। बच्चे को अपने तरीके से जिम्मेदारियों को निभाने की आजादी देनी चाहिए।