Parenting Tips: पेरेंट्स खेल-खेल में पढ़ाएं, इन टिप्स को फॉलो करने से बिना बोले पढ़ने बैठ जाएगा बच्चा

By Ek Baat Bata | Aug 02, 2023

बच्चों की पढ़ाई के लिए हर पेरेंट्स को एक्स्ट्रा मेहनत करनी होती है। लेकिन कई बार जब बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है, तो वह पढ़ाई को बोझ मानने लगते हैं। वहीं पेरेंट्स भी कई बार पढ़ाई के मामले में बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से करते हैं। हालांकि पढ़ाई में मन न लगने से बच्चों के शिक्षा कोष में कमी आने के साथ ही पढ़ाई भी कमजोर होने लगती है। ऐसे में परेशान होने की जगह पेरेंट्स को नीचे बताए गए कुछ तरीकों से बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करना चाहिए। इन तरीकों को अपनाने से बच्चे का पढ़ाई में मन लगने लगेगा।

प्रेरणा दें
सबसे पहले हर बच्चे को शिक्षा के महत्व को समझने के लिए प्रेरित करें। इसके लिए माता-पिता अपने बच्चे को उदाहरण, कहानियां और महान व्यक्तियों के जीवन से सीख लेने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। साथ ही बच्चे को यह भी बताएं कि किस तरह से वह शिक्षा के जरिए अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।

रोमांचक और सरस वातावरण
पढ़ाई-लिखाई के लिए अच्छा और सकारात्मक वातावरण का होना बहुत जरूरी है। इसलिए बच्चे के स्टडी रूम को आप आकर्षक रंगों से सजाने के साथ ही दीवारों पर बच्चे द्वारा बनाए गए चित्र भी लगा सकते हैं। बच्चे के स्टडी टेबल को उनकी रुचि और आकार से हिसाब से सजाएं।

खेल-खिलाड़ियों की सुनाएं कहानी
बच्चे को शिक्षा का महत्व समझाने के लिए उनके फेवरेट खेल या फिर खिलाड़ियों से जुड़ी जानकारी दें। साथ ही उन्हें यह भी बताएं कि किस तरह से अपने सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने मेहनत की और परेशानियों का सामना किया। यह चीजें बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करेंगी और उनका पढ़ाई में मन लगेगा।

खेल-खेल में सिखाएं
अगर बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो पेरेंट्स उन्हें खेल-खेल में भी काफी कुछ सिखा और पढ़ा सकते हैं। आप उनके साथ पहेलियां, बोर्ड खेल और अन्य शिक्षा संबंधित खेलकर सीखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। इस तरह से बच्चे द्वारा सीखा गया ज्ञान और नए अनुभवों के साथ पढ़ाई के लिए प्रेरित करेगा। 

सवालों का करें समर्थन
यदि बच्चा आपके सामने अपने विचारों, सवालों और समस्याओं को साझा करता हैं। तो बतौर माता-पिता आपको उनके द्वारा पूछे गए सवालों का समर्थन करना चाहिए और उसका जवाब ढूंढने के लिए बच्चे को प्रोत्साहित करना चाहिए। वहीं जबरदस्ती के सवाल या शिक्षा से जुड़े सवालों को अनदेखा करने से बचना चाहिए।

प्यार से समझाएं
जब भी बच्चे को कुछ समझ नहीं आए या कोई गलती करें तो पेरेंट्स उन्हें प्यार से समझाएं। ऐसे में बच्चे को डांटना नहीं चाहिए बल्कि उन्हें अच्छे से समझाने की कोशिश करनी चाहिए। इससे वह आपके कुछ पूछने में कतराएंगे नहीं और सही से पढ़ाई करने के तरीके के बारे में बच्चे को बताएं।