Parenting Tips: बच्चे की ये आदतें देख परवरिश पर किया जाता है शक, जरूर सिखाएं ये बातें

By Ek Baat Bata | Jul 05, 2023

हम सभी के बारे में हमारा व्यक्तित्व काफी कुछ दर्शाता है। हमारे व्यक्तित्व से पता चलता है कि सामने वाला व्यक्ति किस तरह का है। यदि किसी के व्यक्तित्व में किसी तरह की खामियां होती हैं तो अक्सर लोग उससे दूरी बनाने लगते हैं। हमारे उठने-बैठने व बोलने आदि के तरीके से पता चलता है कि हमारी पर्सनालिटी कैसी है। आजकल के कंप्टीशन के दौर में बच्चों की पर्सनालिटी काफी ज्यादा नोटिस की जाती है। 

कई बार बच्चे बड़ों से बदतमीजी से बात करते हैं तो ऐसे में उनकी परवरिश पर सवाल उठाया जाता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि पहली नजर में लोग बच्चों की किन आदतों के बारे में नोटिस करते हैं। ऐसे में आप अपने बच्चों के इन चीजों पर ध्यान देकर उन्हें एक अच्छा इंसान बनने में मदद कर सकते हैं।

बोलने का तरीका
पहली मुलाकात में सामने वाला आपके बच्चे के बोलने के अंदाज को जरूर नोटिस करता है। जब बच्चे तेज से या चिल्लाकर बात करते हैं तो यह उनकी बैड पर्सनालिटी की निशानी मानी जाती गै। क्योंकि बच्चे किसी के सामने सोचकर नहीं बोलते हैं। ऐसे में आप उन्हें शालीनता और विनम्रता से बात करना सिखाएं। जिससे कि वह न सिर्फ बड़ों बल्कि खुद से छोटे लोगों से भी अच्छे से बात करें।

खाने का तरीका
हर अभिभावक को बच्चे को खाने-पीने का तौर-तरीका भी सिखाना चाहिए। अगर बच्चा खाता कम और गिराता ज्यादा है तो यह बुरी आदत में काउंट होता है। इसके साथ ही उनकी परवरिश और आपकी खराब पैरेंटिंग पर भी सवाल उठाए जाते हैं। ऐसे में बच्चे को धीरे-धीरे खाना और खाने को न गिराने आदि के बारे में सिखाएं।

जिद्दी होना
बच्चे का जिद करना एक नॉर्मल आदत है। वह कई बार अपनी बात मनवाने के लिए जिद करने लगते हैं। लेकिन जब बच्चा हर बात पर जिद करता है तो यह बैड हैबिट में काउंट होता है। ऐसे में बच्चे को अच्छी-बुरी आदत के बारे में बताएं। 

बीच में बोलना
कम बोलना और ज्यादा सुनना हमारी स्ट्रांग पर्सनालिटी को दिखाता है। लेकिन कुछ बच्चे बोलते ज्यादा और सुनते कम हैं। वह बड़ों की बातों में भी रोट-टोक वाला रवैया अपनाने लगते हैं। इसलिए हर अभिभावक को अपने बच्चे को इस बारे में बताना व सिखाना चाहिए।