Parenting tips: 5 साल के बच्चे को पूरी तरह से बिगाड़ सकती हैं ये आदतें, पेरेंट्स हो जाएं सतर्क

By Ek Baat Bata | Jul 14, 2023

हर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे में अच्छी आदतें आएं। जिसके लिए बच्चे को छोटे से ही ट्रेनिंग देनी चाहिए। जिससे के बच्चे को अच्छे-बुरे की समझ हो। पांच साल का बच्चा इतना समझने लगते हैं कि कौन सी चीजें उन्हें खुद से करनी चाहिए। इन चीजों में जैसे दांतों को ब्रश करना, नहाना और स्‍कूल के लिए तैयार होना आदि शामिल है। पेरेंट्स के थोड़े-बहुत मार्गदर्शन से बच्चे जल्द ही सीख जाते हैं। 

पांच साल के बच्चों की आदतें
मां-बाप को पांच साल के बच्‍चों की परवरिश में आने वाली दिक्‍कतों और समस्‍याओं पर बात करें तो बच्चे छोटी-छोटी बातों पर दूसरों से झगड़ा और बहस करते हैं। ऐसे में कई बार उन्हें अकेला रहना पड़ता है। या हो सकता है कि उनके दोस्त उन्हें दूर रखें। होमवर्क न करना, पढ़ाई में मन न लगना आदि भी इस उम्र के बच्चों में एक प्रॉब्‍लम के रूप में उभर कर सकती है।

टैंट्रम दिखाना
कई बार बच्चे पेरेंट्स के सामने टैंट्रेम दिखाते हैं और जिद्दी व्यवहार अपनाने लगते हैं। कई बार परिवार के अन्य सदस्य या आपके दोस्त बच्चे के गर्लत बर्ताव को टोकने लगें तो समझ जाएं कि बच्चा गलत दिशा में जा रहा है। अगर आप भी उसकी आदतों में सुधार लाने का प्रयास नहीं करेंगे तो उनका यह व्यवहार ज्यादा बढ़ सकता है।

क्या करें पेरेंट्स
5 साल की उम्र के बच्चे अपने इस बिहेवियर के पीछे के तर्क को समझने के लिए तैयार नहीं होते हैं। अगर आप उन्हें समझाने का प्रयास करते हैं, तो वह ज्यादा परेशान हो सकते हैं। कई बार जब बच्चे के हिसाब से चीजें नहीं होती हैं, तो वह टैंट्रम करने लगते हैं। ऐसे में आपको बच्चे को प्यार से समझाना चाहिए कि जो वह कर रहे हैं वह गलत है। साथ ही उन्हें यह भी बताएं कि वह गलत क्यों और कैसे हैं। बच्चे को उनकी गलती के बारे में बताएं और उन्हें दोबारा न दोहराने की सीख दें।

धैर्य रखें
आपके समझाने के बाद ऐसा नहीं है कि बच्चा एक दिन में अपनी आदतों में सुधार ले आएगा। बच्चे के बिहेवियर को चेंज होने में थोड़ा सा समय लगता है। ऐसे में आपको धैर्य रखने की जरूरत है। अगर आप बार-बार बच्चे को सही-गलत बताएंगे तो धीरे-धीरे उसे समझ आ जाएगा। कई बार बच्चे गुस्से में चीजें तोड़ देते हैं या फेंक देते हैं। बच्चे का यह व्यवहार बर्दाश्त के बाहर होता है। लेकिन उनको गुस्सा दिखाना हिंसा करना ठीक नहीं होता है।