Shy And Introvert Child: यह आदतें बताती हैं आपका बच्चा इंट्रोवर्ट है या शर्मीला, इस तरीके से करें पहचान

By Ek Baat Bata | Oct 16, 2023

शर्मीलापन सोशल होने या लोगों से मिलने जुलने पर डर या घबराहट का अनुभव होता है। जबकि इंट्रोवर्ट बच्चे इससे कई मायनों में अलग होते हैं। इन बच्चों को अकेले रहना अच्छा लगता है और शांत माहौल को पसंद करते हैं। इंट्रोवर्ट बच्चे ज्यादा समय तक किसी से मिलें जुलें तो इनको मानसिक थकान महसूस होने लगती है। कई बार उम्र बढ़ने और लोगों से मिलते जुलते रहने के बाद बच्‍चों में शर्मीला व्‍यवहार खत्‍म होने लगता है। खासतौर पर किशोरावस्था तक आते-आते उनके व्यहवहार में कई तरह के बदलाव आ जाते हैं। ऐसे में आप अपने बच्चे के व्यवहार से जान सकते हैं कि आपका बच्चा शर्मीला है या इंट्रोवर्ट।

बता दें कि कई बच्चों का शर्मीलापन मुश्किल भरा हो सकता है। इस कारण उन्हें हर समय स्‍ट्रेस और एंग्‍जायटी अनुभव होता है। इंट्रोवर्ट होना बच्चे के व्यक्तित्व का हिस्सा होता है। ऐसे बच्चों को लोगों से मिलने या सोशल होने में परेशानी नहीं, बल्कि समय की बर्बादी लगता है। 

इंट्रोवर्ट बच्चों को अकेले में समय गुजारना ज्यादा अच्छा और आरामदायक लगता है। हांलाकि कई पेरेंट्स यह देखकर परेशान होते हैं कि उनका बच्चा किसी से मिलना नहीं चाहता है, वह अकेले रहना चाहता है। तो आपको बता दें कि इसमें परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह आत्मविश्वास की कमी का लक्षण नहीं है। इसलिए पेरेंट्स को घबराने की जरूरत नहीं है। 

कुछ शर्मीले बच्चे सोशल होना चाहते हैं, लेकिन डर या एंजायटी के कारण वह ऐसा नहीं कर पाते हैं। वहीं इंट्रोवर्ट बच्‍चों में लोगों के साथ मौज मस्‍ती करने के साथ अन्य चीजों को लेकर काफी ज्यादा एक्साइटमेंट होता है। ऐसे बच्चों की पसंद अन्य बच्चों से अलग होती है।  

ऐसे में अगर आपका बच्चा भी इंट्रोवर्ट है, तो बतौर पेरेंट्स आपको उसे समझना जरूरी होता है। इसलिए बच्चे को ज्यादा इंगेज रखने की कोशिश ना करें। बच्चे को कुछ समय खुद के साथ भी बिताने दें। साथ ही पेरेंट्स को ऐसे बच्चों को यह भी फील कराना चाहिए कि कंफर्ट जोन से बाहर आना उनके जीवन में आगे बहुत काम आएगा।