जैसे-जैसे एग्जाम पास आते हैं, बच्चों के दिमाग में स्ट्रेस लेवल बढ़ने लगता है। आज के प्रतिस्पर्धा भरे माहौल में आगे बढ़ने और सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। अच्छे मार्क्स लाने और करियर में कुछ अच्छा करने का स्ट्रेस बच्चों पर एग्जाम टाइम में हावी होने लगता है। यही व्ह समय है जब आपके बच्चे को आपकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है। पेरेंट्स को चाहिए कि वे ध्यान रखें कि कहीं उनका बच्चा जरूरत से ज़्यादा एग्जाम का प्रेशर तो नहीं ले रहा है? एग्जाम टाइम में आपको अपने बच्चे को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और साथ ही यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि ज़्यादा स्ट्रेस न ले। आज के इस लेख में आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप अपने बच्चे को एग्जाम स्ट्रेस से दूर रख सकेंगे -
अधिक दबाव न डालें
अपने बच्चे के प्रति सपोर्टिव बनें और उसे बिना अवास्तविक अपेक्षाओं के साथ परीक्षा की तैयारी करने दें। अधिक दबाव उसे तनाव देगा और वह एग्जाम में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाएगा। सभी बच्चे अपनी गति से सीखते हैं और अत्यधिक दबाव से बच्चा परीक्षा के बारे में अधिक परेशान कर सकता है। बस अपने बच्चे की क्षमताओं पर विश्वास करें।
उनकी चिंताओं पर ध्यान दें
बच्चे से परीक्षा के तनाव के बारे में बात करें और उन्हें बताएं कि ऐसी भावनाएं पूरी तरह से सामान्य हैं। बच्चे की परेशानियों और सवालों को सुनें और समझने की कोशिश करें और उसे समझाएं।अपने बच्चे को मेहनत करने के लिए प्रेरित करें।
बच्चे की पढ़ाई पर ध्यान दें
बच्चे के साथ समय बिताएं। उसकी पढ़ाई पर ध्यान दें और उससे पूछें कि कहीं उसको आपकी मदद तो नहीं चाहिए/ लेकिन ध्यान दें कि बार-बार उनके आगे-पीछे न घुमनें। इससे बच्चा चिढ़ने लगेगा।
उन्हें पौष्टिक आहार दें
पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ, बच्चे की सेहत का भी ध्यान रखें। परीक्षा के दौरान अपने बच्चे की डाइट का विशेष ध्यान रखें। उसकी डाइट में नट्स, ताजे फल और हरी सब्जियों को शामिल कर रही है। अगर बच्चा स्वस्थ होगा तो उसकी एकाग्रता बढ़ेगी और उसका पढाई में मन लगेगा। एग्जाम के दिनों में बच्चे को जंक फ़ूड, कोल्ड ड्रिंक आदि खाने को न दें।
ब्रेक भी है जरुरी
लंबे घंटों तक पढ़ाई करने से बच्चे का दिमाग थक जाता है इसलिए उसे पढाई के बीच छोटे ब्रेक लेने के लिए प्रोत्साहित करें। ब्रेक में वे पावर नैप ले सकते हैं, थोड़ा सा स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं या फिर म्यूजिक सुन सकते हैं।
डिस्ट्रैक्ट होने से बचाएँ
अपने बच्चे को शांति से पढ़ने के लिए घर में एक जगह दें। सुनिश्चित करें कि बच्चे को पढ़ने के लिए शांत वातावरण मिल रहा है जिसमें वह ध्यान लगाकर पढ़ सके। बच्चा जिस कमरे में पढ़ रहा हो वहां टीवी का शोर, गैजेट्स या कोई अन्य ध्यान भटकाने वाली चीज़ नहीं होनी चाहिए।