दादी-नानी के इन तरीकों से जानें गर्भ में लड़का है या लड़की
By Ek Baat Bata | Jun 06, 2021
जब भी कोई महिला मां बनने वाली होती है तो उसके परिवार वालों को यह जानने की उत्सुकता जरूर होती है कि लड़का होगा या लड़की। वैसे तो भारत में जन्म से पहले बच्चे के लिंग के बारे में पता लगाना गैरकानूनी है। लेकिन पुराने जमाने में दादी-नानी गर्भवती महिला को देखकर ही पता लगाती थीं कि उसे लड़का होगा या लड़की। कई बार उनका यह अनुमान सही भी होता था इसलिए आज भी इन तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं कि दादी- नानी किन तरीकों से इसके बारे में पता लगाती थीं -
- पुराने जमाने में दादी नानी गर्भवती महिला की त्वचा को देखकर बच्चे के लिंग का अनुमान लगाती थीं। माना जाता था कि अगर गर्भवती महिला की त्वचा ड्राई हो रही है तो बेटा होगा और अगर त्वचा ऑयली हो तो बेटी होगी।
- दादी-नानी के जमाने में गर्भवती महिला के चेहरे की चमक को देखकर भी बच्चे का लिंग बताया जाता था। कहा जाता है कि अगर प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला के चेहरे पर चमक हो तो लड़का होता है।
- बच्चे के लिंग के बारे में पता करने के लिए दादी-नानी गर्भवती महिला के बालों को भी देखती थीं। माना जाता है कि अगर प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला के बाल घने हो जाएं तो इसका मतलब यह है कि लड़का होगा। वहीं अगर प्रेगनेंसी में बाल बहुत ज्यादा झड़ने लगे या पतले हो जाएं तो माना जाता है कि बेटी होगी।
- वैसे तो प्रेगनेंसी में हर गर्भवती महिला का वजन बढ़ता है। लेकिन दादी-नानी के मुताबिक अगर प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला का वजन ज्यादा बढ़ रहा है तो इसका मतलब लड़की होगी। लेकिन अगर सिर्फ पेट का आकार बढ़ रहा है तो इसका मतलब बेटा होगा।
- दादी-नानी के मुताबिक अगर प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला के पैर सामान्य से ज़्यादा ठंडे रहते हो इसका मतलब बेटा होगा। यह भी कहा जाता है कि अगर प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला के पैरों का साइज लगभग दोगुना हो जाए तो इसका मतलब हो सकता है कि बेटा होगा।
- दादी-नानी के मुताबिक अगर गर्भवती महिला ज्यादातर दाईं करवट लेटती है तो इसका मतलब है कि बेटा होगा। वहीं बाईं करवट ज्यादा लेटने का मतलब बेटी होगी।