Dadi Maa Ke Nuskhe: इंफेक्शन के खतरे को दूर करने के लिए आजमाएं दादी-नानी के नुस्खे, मिलेगा आराम

By Ek Baat Bata | Aug 04, 2023

मौसम बदलते ही सबसे पहले गले और फेफड़ों में इंफेक्शन का खतरा फैलने लगता है। वहीं बारिश के मौसम में यह परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है। इस मौसम में बुखार के अलावा सर्दी-जुकाम और इंफेक्शन का खतरा होता है। यह सारी बीमारियां हमारे लंग्स, सांस की नली और गले से जुड़ी हैं। इसलिए हर व्यक्ति को अपने इन तीन अंगो का खास ख्याल रखना चाहिए। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको लंग्स, सांस की नली और गले के इलाज का खास ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में...

पिएं गर्म पानी
सुबह उठकर रोजाना खाली पेट गर्म पानी पीने की आदत आपको लंबे समय तक स्वस्थ रख सकती है। गर्म पानी के सेवन से गले में होने वाले बैक्टीरिया और फंगस खत्म हो जाती है। साथ ही इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी तेज होता है। गर्म पानी के सेवन से शरीर का एक्स्ट्रा फैट कम होने लगता है। इसलिए बदलते मौसम में लोगों को सुबह खाली पेट गर्म पानी का सेवन करना चाहिए। इससे पूरा परिवार स्वस्थ रहता है। 

भाप जरूर लें
अगर आप भी गले की खराश या किसी अन्य तरह की परेशानी है। तो आपको भाप लेना चाहिए। भाप लेने से फेफड़े में जमा बलगम ढीला होकर बाहर निकलता है। वहीं भाप सर्दी-खांसी में भी आराम मिलता है। अगर आप चाहें तो भाप लेने के दौरान पानी में अजवाइन भी डाल सकते हैं। भाप लेने से सांसनली और गला साफ हो जाता है। इसके साथ ही स्टीम स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। इससे रोमछिद्र खुल जाते हैं। 

लंबी सांस लें
आपकी सेहत का संबंध सांस से है। ऐसे में आप जितनी गहरी सांस लेंगे, शरीर में उतना ऑक्सीजन जाएगा। शरीर को भरपूर मात्रा में आक्सीजन मिलने से फेफड़े और शरीर के बाकी अंग स्वस्थ रहते हैं। इसलिए आपको लंबी-लंबी सांसे लेनी चाहिए। इसके लिए आप योग अभ्यास भी कर सकते हैं। रोजाना सुबह खुली जगह पर 15 से 20 मिनट के लिए प्राणायाम करना फेफड़ों के लिए लाभकारी होता है। इसलिए धीरे-धीरे लंबी सांस लेने की आदत बनाएं। 

एक्सरसाइज या घर के काम
कई लोग पूरा दिन आलस किया करते हैं। ऐसे में आपको शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए आप अपनी डेली रूटीन में एक्सरसाइज या योग को शामिल कर सकते हैं। हमारी दादी-नानी भी बढ़ती उम्र के साथ इसलिए भी फिट रहती थीं। क्योंकि वह शारीरिक श्रम अधिक करती थीं। पहले लोग खेती-किसानी, घर आदि का काम खुद किया करते थे। ऐसे में आपको स्वस्थ रहने के लिए एक्टिव रहना जरूरी है।