Pregnancy Tips: प्रेग्नेंसी में कमजोर होती हड्डियों में भर जाएगी जान, बस अपनाएं ये सिंपल टिप्स

By Ek Baat Bata | Aug 24, 2024

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। ऐसे में न सिर्फ मां बल्कि गर्भ में पलने वाले बच्चे का भी खास ख्याल रखना होता है। लेकिन इसके बाद भी कई बार महिलालाओं को ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो जाती है। ऑस्टियोपोरोसिस के कारण न सिर्फ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान बल्कि हड्डियों संबंधी समस्या भी हो सकती है। बता दें कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी हड्डियों की सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान आप किस तरह से अपनी हड्डियों का ध्यान रख सकती हैं।

फिजिकली एक्टिविटी
गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों के लिए एक्टिव रहना फायदेमंद होता है। इसलिए आप डॉक्टर की सलाह पर एक्सरसाइज, योग आदि कर सकती हैं। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली थकान भी कम होगी और मांसपेशियां व हड्डियां भी मजबूत रहेंगी।

कैल्शियम और विटामिन की कमी
प्रेग्नेंसी के दौरान हड्डियों की मजबूती भी काफी जरूरी होती है। इसलिए कैल्शियम और विटामिन-डी युक्त आहार को अपनी डाइट में शामिल करें। अगर कैल्शियम और विटामिन डी की अधिक कमी है, तो आप डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट भी ले सकती हैं। लेकिन इस दौरान खुद से दवा या सप्लीमेंट नहीं लेनी चाहिए।

संतुलित आहार लें
प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला को अपने पोषण का खास ख्याल रखना चाहिए। आपको पूरा पोषण मिल सके, इसके लिए अपनी डाइट में फाइबर, हेल्दी फैट्स, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन और मिनरल से भरपूर फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करें। इससे न सिर्फ मां बल्कि बच्चे की सेहत भी अच्छी रहती है।

स्मोकिंग को कहें ना
वैसे तो स्मोकिंग किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं होती है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान स्मोकिंग काफी घातक साबित हो सकती है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान स्मोकिंग न करें और सेकेंड हैंड स्मोक से भी दूर रहना चाहिए। स्मोकिंग की वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ता है। 

वेट मेंटेन करें
बता दें कि प्रेग्नेंसी के दौरान वेट बढ़ाना सामान्य बात होती है। लेकिन जरूरत से ज्यादा वेट बढ़ना खतरनाक साबित हो सकता है इसलिए इस दौरान हेल्दी वेट मेंटेन करना चाहिए और आप चाहें तो डॉक्टर से भी इस बारे में जानकारी ले सकती हैं कि प्रेग्नेंसी के किस स्टेज में कितना वेट बढ़ना चाहिए।

नियमित चेकअप कराएं
आपको डॉक्टर से मिलकर रोजाना अपना चेकअप कराना चाहिए। सही पोश्चर, एक्सरसाइज और डाइट आदि के बारे में डॉक्टर से समय-समय पर जानकारी लेते रहना चाहिए। वहीं किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से फौरन संपर्क करें।