मॉर्निंग सिकनेस होना प्रेग्नेंसी का मुख्य लक्षण है। प्रेग्नेंसी के शुरूआती तीन महीने में हर महिला इसका अनुभव करती है। तो वहीं कुछ महिलाओं को पूरे 9 महीनों तक मतली और उल्टी की समस्या होती रहती है। बार-बार उल्टी होने से इसका पेट पर भी असर पड़ता है और इससे हाइपरमेसिस ग्रेविडरम जैसी परेशानी भी हो जाती है।
बता दें कि उल्टी का एक गंभीर रूप भी है, जो प्रेग्नेंसी के दौरान डिहाइड्रेशन और वजन घटने की वजह बन सकता है। ऐसे में अगर आप भी सात सप्ताह की प्रेग्नेंट हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको उन मसालों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका सेवन करने से मॉर्निंग सिकनेस की परेशानी को दूर हो सकती है।
सौंफ
कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए सौंफ काफी फायदेमंद मानी जाती है। वहीं प्रेग्नेंसी में सौंफ खाने से उल्टी को रोका जा सकता है और यह आपके पाचन तंत्रको मजबूत करने का काम करती है। उल्टी महसूस होने पर सौंफ के कुछ दानों को चबाएं। यदि इससे भी राहत न मिले, तो एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ को उबाल लें और पानी हल्का जब गुनगुना रहे, तो इसको पी लें। इससे आपको उल्टी में आराम मिलेगा।
दालचीनी
दालचीनी का इस्तेमाल खाने में मसाले के रूप में किया जाता है। इसकी सुगंध से खाने का स्वाद बढ़ जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान यदि महिलाएं इसका सेवन करती हैं, तो इससे मॉर्निंग सिकनेस से आराम मिलता है और उल्टी को रोकने के लिए आप दालचीनी की चाय भी पी सकती हैं। आप चाहें तो दालचीनी और लौंग का काढ़ा बनाकर इसको पी सकती हैं।
जीरा
उल्टी की समस्या से निपटने में जीरा आपकी मदद कर सकता है। प्रेग्नेंसी में उल्टी जैसा फील होने पर जीरा खा लें। अगर आप कच्चा जीरा नहीं खा पाती हैं, तो आप रोजाना जीरा पानी का भी सेवन कर सकती हैं। इससे आपको उल्टी की समस्या से राहत मिल सकती है।
लौंग
प्रेग्नेंसी में यदि लगातार मॉर्निंग सिकनेस हो रही है, तो इसको रोकने में लौंग काफी फायदेमंद है। वहीं अगर बार-बार उल्टी हो रही है, तो आप लौंग की चाय का सेवन कर सकती हैं। इसके अलावा आप सिर्फ लौंग चबा सकती हैं। इससे उल्टी में काफी आराम मिलेगा।