गर्भावस्था में महिला द्वारा खाया गया भोजन न सिर्फ उसको तंदुरूस्त बनाता है, बल्कि उसके गर्भस्थ शिशु पर भी उतना ही प्रभाव डालता है। अकसर महिलाओं के मन में बहुत से खाद्य पदार्थों को लेकर उलझन बनी रहती है कि वास्तव में उन्हें वह आहार खाना चाहिए या नहीं। ऐसा ही एक खाद्य पदार्थ है अंडा, जिसे यूं तो काफी हेल्दी माना जाता है लेकिन गर्भावस्था में इसे खाने या न खाने को लेकर एक उलझन बनी रहती है। लेकिन किसी भी गर्भवती महिला के लिए अंडा खाना बेहद फायदेमंद हो सकता है, बशर्ते इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए। तो चलिए जानते हैं गर्भावस्था में अंडा खाने के कुछ बेहतरीन फायदों के बारे में−
मिलता है प्रोटीन
इस बात से तो हर कोई वाकिफ है कि अंडे में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और प्रोटीन गर्भवती महिला के लिए एक बेहद आवश्यक तत्व है। गर्भस्थ शिशु का हर सेल प्रोटीन की मदद से ही बनता है, इसलिए सीमित मात्रा में इसका सेवन गर्भस्थ शिशु के लिए लाभदायक होता है।
दिमागी विकास
अंडे में प्रोटीन के साथ−साथ कई तरह के विटामिन व मिनरल्स पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें कोलाइन व ओमेगा 3 फैटी एसिड भी मिलते हैं, जो बच्चे के समग्र विकास के साथ−साथ मस्तिष्क के विकास को खासतौर पर प्रभावित करता है। इतना ही नहीं, अंडे में पाए जाने वाले यह गुण भ्रूण में न्यूरल ट्यूब डिफेक्टस को भी रोकता है।
अतिरिक्त कैलोरी
एक गर्भवती महिला की कैलोरी आवश्यकता एक सामान्य महिला की अपेक्षाकृत 200−300 कैलोरी ज्यादा होती है। यह अतिरिक्त कैलोरी गर्भस्थ शिशु के विकास में अहम भूमिका निभाती है। ऐसे में अंडे का सेवन उनके लिए लाभदायक हो सकता है। एक अंडे में करीबन 70 कैलोरी होती हैं, जो गर्भवती महिला की दैनिक आवश्यकता की पूर्ति करता है।
इसका रखें ध्यान
यह सच है कि अंडा एक गर्भवती महिला के लिए लाभदायक है लेकिन इसका सेवन करने से पहले जरूरी है कि इसका सही तरीके से सेवन किया जाए। अन्यथा महिला को प्रीमेच्योर प्रसव, गर्भाशय संकुचन, निर्जलीकरण, दस्त व उल्टी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अगर गर्भावस्था में आप अंडे का सेवन कर रही हैं तो कभी भी इसे कच्चा या अधपका न खाएं। वहीं अगर गर्भवती स्त्री को डायरिया, उल्टी या फूड पॉइजनिंग की परेशानी है तो अंडे के सेवन से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।