Pregnancy Tips: प्रेग्नेंसी में हाथ-पैर हो जाते हैं सुन्न तो जरूर अपनाएं से घरेलू उपाय, जल्द मिलेगी राहत

By Ek Baat Bata | Jun 06, 2023

गर्भावस्था हर महिला के जीवन का एक सुखद अहसास होता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं। कई बार महिलाओं के हाथ, पैर, उंगलिया या शरीर के अन्य हिस्से सुन्न हो जाते हैं। वहीं शरीर में झुनझुनाहट का एहसास होता है। ऐसा लगता है जैसे शरीर में बहुत साऱी सुई एक साथ चुभ रही हैं। बता दें कि प्रेग्नेंसी में शरीर के अंगों के सुन्‍न पड़ने को नंबनेस कहते हैं। अगर किसी गर्भवती महिला के साथ यह हो रहा है तो इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है। 

एक रिपोर्ट के अनुसार, जैसे-जैसे महिला का गर्भाशय बढ़ता है, तो यह आपके पैरों की नसों पर दबाव डालने लगता है। इससे आपके पैरों या पैर की उंगलियों का सुन्न होना या झुनझुनाहट हो सकती है। अगर इससे आप काफी ज्यादा परेशान हैं तो तो गर्म पानी का सेक कर सकती हैं। इससे आपको फायदा मिलेगा। झुनझुनाहट और सुन्न होने पर गुनगुने पानी से हाथ-पैरों की सिकाई करें। इससे सुन्नता में कमी आएगी। वहीं रात में जिनता ज्यादा संभव हो सके, हाथों को रिलैक्‍स करें। सोते समय हाथों को रिलैक्स रखने के लिए रिस्‍ट स्प्लिट या ब्रेस पहनें।

इसके साथ ही हाथों और कलाइयों को स्‍ट्रेच करते रहना चाहिए। ऐसा करने से आपको झुनझुनी और दर्द से भी राहत मिलेगी। एक्‍यूपंक्‍चर या मसाज थेरेपी जैसे ऑप्शन सुन्‍नता के कारण होने वाले दर्द से निजात दिलामे में सहायक होते हैं।

हाथ पैर सु​न्न होने पर क्या करें
प्रेग्नेंसी में ज्यादा देर तक खड़े होने से भी सुन्‍नता बढ़ती है। इसलिए प्रयास करें कि ज्यादा समय तक एक ही पॉश्चर में न खड़ी रहें। सुन्‍नपन महसूस होने पर सबसे पहले अपनी स्लीपिंग पोजीशन को बदलना चाहिए। इससे भी आपको सुन्नता और झुनझुनाहट से राहत मिलेगीय, वहीं इस समस्या से निजात पाने के लिए दोनों घुटनों को ऊपर करें या फिर घुटनों के बीच एक तकिया फंसाकर एक तरफ करवट लेकर सोएं। प्रेग्नेंसी के दौरान बाईं करवट लेकर सोने की कोशिश करें। प्रेग्नेंसी में पीठ के बल सीधे लेटने से बचें। इससे शरीर में सुन्नता की समस्या से राहत मिलेगी।

हाथ-पैर सुन्न होने का इलाज
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर का वजन बढ़ने लगता है। ऐसे में अगर आप अपने वजन को कंट्रोल नहीं कर पा रही हैं तो चलने-फिरने के लिए वॉकर का इस्तेमाल कर सकती हैं। हालांकि समस्या ज्यादा बढ़ने पर अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकती हैं। डॉक्टर से परामर्श कर आप प्रेग्नेंसी में लाइट एक्‍सरसाइज को अपनी डेली रूटीन में शामिल कर सकती हैं। इससे आपकी मांसपेशियां मजबूत होती हैं। बता दें कि प्रेग्नेंसी पीरियड में झुनझुनी और सुन्‍नपन के दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी मेडिसिन भी लिख सकते हैं। इससे आपको राहत मिल सकती है।