गर्भवती महिलाओं के लिए धूम्रपान करना न सिर्फ सेहत ही नहीं बल्कि गर्भ में पलने वाले बच्चे के लिए भी काफी हानिकारक है। बता दें कि प्रेग्नेंसी में धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए। एक रिपोर्टच के अनुसार, गर्भावस्था के दिनों में स्मोकिंग करने से बच्चे में 70 फीसदी श्रवण संबंधी विकारों की बढ़ोत्तरी होती है। ऐसे में अगर आप भी प्रेग्नेंसी के दौरान धू्म्रपान की लत को छोड़ना चाहती हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। हम आपको इस लत से छुटकारा पाने के कुछ आसान तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।
प्रेग्नेंसी में धूम्रपान के नुकसान
बता दें कि सिगरेट में कार्बन मोनोऑक्साइड, निकोटीन और टार नामक कई हानिकारक केमिकल पाए जाते हैं। यह मां और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान स्मोकिंग करने से गर्भपात, प्रसव में समस्या, बच्चे में जन्मजात विकृतियां, बच्चे का जन्म के समय वजन कम होना आदि जोखिमों को बढ़ाता है। इसके अलावा बच्चे की सुनने और देखने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
ऐसे छोड़ें धूम्रपान
अगर आप धूम्रपान की आदत को गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में ही छोड़ देती हैं। तो आप भी सामान्य महिलाओं की तरह बच्चे को जन्म दे सकती हैं। वहीं बच्चा भी स्वस्थ पैदा होगा।
आंवले और अदरक का चूर्ण
धूम्रपान की आदत से छुटकारा पाने के लिए आंवले और अदरक को सुखा लें। फिर इसको मिक्सी में डालकर एकदम बारीक पीस लें। इस चूर्ण को एक साफ डिब्बे में भरकर रख दें। ऐसे में जब भी आपकी आपको सिगरेट पीने की इच्छा हो, तो आप इस चूर्ण को नमक और नींबू में मिलाकर फांक लें।
लाल मिर्च
जब आपको धूम्रपान की तलब लगे तो एक गिलास पानी में एक चुटकी लाल मिर्च पाउडर मिक्स कर लें। इस पानी का सेवन करने से आपको स्मोकिंग की तलब नहीं लगेगी।
सौंफ चबाएं
सिगरेट की लत को छुड़ाने के लिए सौंफ कारगर साबित हो सकती है। ऐसे में जब भी आपको सिगरेट पीने की तलब लगे तो थोड़ी सी सौंफ फांक लीजिए। फिर इसे धीरे-धीरे चबाते रहें।
नींबू पानी
आप नींबू पानी का इस्तेमाल कर स्मोकिंग की आदत से निजात पाने के लिए कर सकती हैं। इसलिए आप जब भी सोकर उठें, तो दो ग्लास हल्के गुनगुने पानी में एक नींबू निचोड़कर उसमें एक चम्मच शहद मिला लें। इस ड्रिंक को पीने से धीरे-धीरे आपकी स्मोकिंग की आदत छूट जाएगी।
योगासन
धूम्रपान से छुटकारा पाने के लिए आप डेली रूटीन में योगासन को भी शामिल कर सकती हैं। इस दौरान आप सेतुबंधासन, भुजंगासन, सर्वांगासन और बालासन काफी फायदा पहुंचा सकता है।