Diabetes Control Tips: प्रेग्नेंसी में ऐसे पहचाने 'जेस्टेशनल डायबिटीज' के लक्षण, नजरअंदाज करने की न करें गलती

By Ek Baat Bata | Aug 16, 2023

भारत में साल दर साल डायबिटीज के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। महिलाएं भी इस बीमारी का तेजी से शिकार हो रही हैं। बता दें कि महिलाओं में डायबिटीज होने पर इसे जेस्टेशनल डायबिटीज कहा जाता है। इस दौरान उनके शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाता है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रेग्नेंसी के 22 से 28 वें सप्ताह में डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है। हालांकि इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है।

समय पर इसके लक्षणों की पहचान कर इस बीमारी को आसानी से कंट्रोल में किया जा सकता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में डायबिटीज के लक्षणों और इसके बचाव के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन तरीकों को अपना कर आप प्रेग्नेंसी में इसके खतरे को कम कर सकती हैं। बता दें कि महिलाओं के शरीर में प्रेग्नेंसी के समय काफी बदलाव देखने को मिलते हैं। 

वहीं इस दौरान हार्मोन भी एक्टिव होते हैं। जब कई मामलों में हार्मोन में कुछ इंबैलेंस हो जाता है और इंसुलिन के फंक्शन पर इसका असर पड़ने लगता है। ऐसे में शरीर की जरूरत के हिसाब से इंसुलिन नहीं बन पाता है। तब प्रेग्नेंसी में डायबिटीज की समस्या देखने को मिलती है। लेकिन समय पर आप इसके लक्षणों को पहचानकर इसे कंट्रोल कर सकती हैं।

डायबिटीज के लक्षण
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में डायबिटीज के लक्षणों पर नजर रखना जरूरी होता है। लेकिन कई बार महिलाएं इन लक्षणों को नजरअंदाज करने की गलती कर देती हैं। अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान जरूरत से ज्यादा थकान हो रही है, बार-बार यूरिन आ रहा है, कमजोरी लग रही है। तो यह डायबिटीज के लक्षण होते हैं। ऐसे में इन लक्षणों को अनदेखा नहीं करना चाहिए। क्योंकि लक्षणों को अनदेखा करने पर इसका असर आपके गर्भ में पलने वाले बच्चे पर भी पड़ सकता है। जन्म के बाद नवजात भी डायबिटीज का शिकार हो सकता है।

कैसे करें कंट्रोल
गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए महिलाओं को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट का प्रॉपर ध्यान रखना चाहिए। डाइट में फैट वाले फूड्स का सेवन कम से कम करना चाहिए। इसके अलावा अपनी डाइट में प्रोटीन और विटामिन शामिल करना चाहिए। ब्लड शुगर लेवल की रोजाना जांच करनी चाहिए। वहीं शुगर लेवल के बढ़ने पर डॉक्टर से परामर्श करें। 

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और किसी भी तरह का मानसिक तनाव लेने से बचना चाहिए। आप चाहें तो डॉक्टर की सलाह पर डेली रूटीन में कुछ एक्सरसाइज को भी शामिल कर सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान रोजाना ब्लड प्रेशर की जांच करवाते रहें। अगर महिलाओं में पहले से कोई गंभीर बीमारी है तो डॉक्टर की सलाह से कुछ दवाइयां लेते रहें। लेकिन किसी भी दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।