Pregnancy Care Tips: प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में ऐसे रखें अपना ख्याल, डिलीवरी में नहीं होगा कॉम्प्लिकेशन

By Ek Baat Bata | Jul 03, 2024

प्रेग्नेंसी का समय हर महिला के लिए बेहद खास होता है। वहीं इस दौरान हर महीना एक महिला के लिए काफी नाजुक होता है। इस दौरान अच्छी देखरेख और हेल्दी लाइफस्टाइल के जरिए कई कॉम्प्लिकेशन को कम किया जा सकता है। क्योंकि हल्की सी लापरवाही न सिर्फ मां बल्कि गर्भ में पलने वाले बच्चे के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में अपना रूटीन और खानपान कैसा रखना चाहिए। जिससे कि डिलीवरी के समय होने वाली परेशानियों से बचा जा सके।

9वें महीने का खानपान
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का मूड स्विंग होता रहा है, इसके अलावा उनको कभी मीठा खाने की क्रेविंग होती है, तो कभी तीखा और चटपटा खाने का मन करता है। लेकिन इस दौरान सी फूड खाना अवॉइड करना चाहिए। क्योंकि सी फूड में ओमेगा-3 अच्छी मात्रा में पाया जाताहै। वहीं प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में आपको ओमेगा-3 पचाने में समस्या हो सकती है, जिससे परेशानी बढ़ सकती है।

वहीं प्रेग्नेंसी के दौरान जंक और ऑयली फूड खाना अवॉइ़ड करना चाहिए। क्योंकि इस दौरान चटपटा, तीखा और मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे आपको पेट संबंधी समस्या हो सकती है।

एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए चाय या कॉफी का कम मात्रा में सेवन किया जाए।

प्रेग्नेंसी में एल्कोहल का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। हालांकि प्रेग्नेंसी की शुरूआत में ही एक्सपर्ट इसकी सलाह दे देते हैं। इसलिए आखिरी महीने में इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए।

प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में कैल्शियम रिच डाइट का सेवन करने से गर्भ में पलने वाले बच्चे की हड्डियां मजबूत होती हैं। साथ ही कैल्शियम रिच फूड खाने से जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। साथ ही प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में आपको अपनी डाइट में दूध, दही, संतरा और तिल आदि भी शामिल करना चाहिए।

प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में बच्चे का पूरा विकास हो चुका होता है। जिसके कारण महिलाओं का वेट बढ़ जाता है और पाचन संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। पाचन संबंधी समस्या से राहत पाने के लिए आपको अपनी डाइट में फाइबर रिच फूड्स शामिल करना चाहिए।