Makhana Tikki Recipe: बच्चे की सेहत के लिए फायदेमंद है मखाना टिक्की, जानिए इसकी रेसिपी

By Ek Baat Bata | Sep 05, 2023

नवजात शिशु को 6 महीने के बाद ठोस पदार्थ देना शुरू किया जाता है। लेकिन छह माह बाद तक भी बच्चे के दांत नहीं निकलते हैं। ऐसे में उन्हें ठोस पदार्थ स्मूदी के तौर पर खिलाया जाता है। बता दें कि बच्चे को सब्जियां, फल, और ड्राई फ्रूट्स आदि भी खिलाना चाहिए। मखाना बच्चों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। मखाने में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो बच्चे के स्वास्थ्य और विकास दोनों तरीके से काफी जरूरी होता है।

हालांकि लोगों को काफी ज्यादा कंफ्यूजन रहती है कि बच्चों को मखाना कैसे दिए जाएं। ऐसे में आपको परेशान होने की जरूरत नहीं हैं, क्योंकि हम आपको बताने जा रहे हैं कि बच्चे को आप मखाना कैसे खिला सकती हैं। आप बच्चे को मखाने की टिक्की बनाकर दे सकती हैं। आइए जानते हैं मखाने की टिक्की बनाने की रेसिपी के बारे में...

सामग्री 
आलू - 1 
गाजर - ¼ कप 
हरी मटर - ¼ कप 
मखाना पाउडर - 1 चम्मच
पोहा - 2 चम्मच (भिगोकर रखा गया)
काली मिर्च - एक चुटकी 
जीरा पाउडर - एक चुटकी 
हींग - एक चुटकी 
हल्दी - एक चुटकी 

ऐसे बनाकर करें तैयार
मखाना टिक्की बनाने के लिए सबसे पहले सभी सब्जियों को काटकर उबाल लें।
अब इन सब्जियों में मखाना पाउडर और भिगोया हुआ पोहा मिलाएं।
इसके बाद इन सारी चीजों में जीरा पाउडर, हींग, काली मिर्च और हल्दी डालकर अच्छे से मिक्स करें।
सारी चीजों को अच्छे से मिक्स कर हाथों से छोटी-छोटी लोई बनाएं और पैन पर घी डालकर सभी टिक्की को सेंक लें।
जब टिक्की ब्राउन हो जाए तो दही के साथ बच्चे को सर्व कर खिला दें।

मखाना टिक्की के फायदे

पोषक तत्वों से भरपूर
मखाना टिक्की में सभी सब्जियों का इस्तेमाल करने से यह बच्चे की इम्यूनिटी को स्ट्रांग करता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, मिनरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसके अलावा मखाना टिक्की में फोलेट, मैग्नीशियम, पोटैशियम और आयरन की भरपूर मात्रा होती है। जो बच्चे के स्वास्थ्य और विकास के लिए काफी जरूरी होती है।

हेल्दी तरीके से वेट बढ़ाए
मखाना टिक्की में सब्जियों के इस्तेमाल से बच्चे का पाचन अच्छा रहता है। वहीं मखाना पाउडर बच्चे का हेल्दी तरीके से वेट बढ़ाने में मददगार होता है।

हड्डियां होंगी मजबूत
मखाने में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम और एंटीआक्सीडेंट्स पाया जाता है। यह हड्डियों को मजबूती देता है। साथ ही बच्चे की सही ग्रोथ और शरीर में एनर्जी भी बनाए रखता है।