आज के समय में किचन में चिमनी होना बहुत आम बात हो गई है। चिमनी न सिर्फ खाना बनाने के दौरान निकलने वाले धुएं और गंध को दूर करती है, बल्कि यह किचन को भी साफ और स्वच्छ रखती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किचन में चिमनी किस तरह से काम करती है। वहीं चिमनी के काम करने का तरीका आपके परिवार को हेल्दी रखने में मदद करता है। हालांकि कई बार चिमनी में कुछ परेशानी आ जाती है, जिसको आसानी से ठीक किया जा सकता है।
जिस तरह से किचन में चिमनी का इस्तेमाल किया जाता है। उसमें फिल्टर, कैनोपी और ब्लोअर मोटर होता है। इन सब की मदद से चिमनी किचन की हवा को घर से बाहर निकालने में मदद करती है। कई बार फिल्टर ग्रीस और तेल के कणों को फंसा लेता है और ब्लोअर मोटर यह सुनिश्चित करता है कि रसोई से हवा पूरी तरह से बाहर निकल जाए।
काम न करे चिमनी
यदि चिमनी धुआ और गंध को ठीक से नहीं खींच पा रही है, तो इसका मतलब है कि इसमें कुछ खामी आ गई है। इसे सही करने के लिए फिल्टर को साफ कर लें। क्योंकि गंदा फिल्टर हवा के आने-जाने में रुकावट पैदा कर सकता है। वहीं चिमनी अगर ऊंची है, तो हवा के ऊपर जाने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा पंखा खराब होने पर उसको बदल देना चाहिए।
चिमनी से अधिक आवाज आना
अगर किचन में लगी चिमनी अधिक आवाज कर रही है, तो इसका मतलब है कि पंखे या चिमनी में कोई समस्या हो सकती है। चिमनी का पंखा खराब हो सकता है, या फिर चिमनी में कुछ दिक्कत हो सकती है।
चिमनी से बाहर धुआं आना
चिमनी से धुआ बाहर आने का मतलब है कि उसमें कोई छेद या दरार हो सकती है। यदि चिमनी में कोई छेद या दरार है, तो उसको ठीक कराएं। चिमनी की परफॉर्मेंस बनाए रखने के लिए इसकी नियमित तौर पर साफ-सफाई कराते रहना चाहिए।
क्योंकि चिमनी में फिल्टर का अहम रोल होता है। इसलिए इसको कम से कम 6 महीने में जरूर बदल देना चाहिए। इसके साथ ही साल में कम से कम एक बार किसी प्रोफेशनल से चिमनी की जांच जरूर करानी चाहिए।