रह रही हैं घर से दूर तो यूँ करें देवी माँ की पूजा, जानें नवरात्रि पूजन की सरल विधि
By Ek Baat Bata | Oct 10, 2020
जल्द ही नवरात्रि शुरू होने वाली है। जहाँ पहले नवरात्रि शुरू होने के एक महीने पहले से ही दुर्गा पूजा के पंडाल और बाजार सजने लगते थे, इस बार कोरोना महामारी के चलते नवरात्रि इतनी धूमधाम से नहीं मनाई जाएगी। लेकिन फिर भी लोग पूरे विधि-विधान से अपने घरों में माँ दुर्गा की उपासना करेंगे। नवरात्रि के नौ दिनों में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-आराधना की जाती है। इन नौ दिनों में लोग अपने घरों में माँ के नाम से अखंड ज्योति जलाते हैं, कलश स्थापना करते हैं सुबह-शाम पूजा करते हैं। कुछ लोग प्रतिपदा के दिन पंडित द्वारा पूजा और कलश स्थापना करवाते हैं तो कुछ लोग खुद ही कलश स्थापना और पूजा करते हैं। वैसे तो नवरात्रि में पूजन और कलश स्थापना के लिए पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है लेकिन अगर आप घर से दूर रहती हैं तो आप अपनी श्रद्धा के अनुसार भी माता का पूजन कर सकती हैं। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नवरात्रि में आप कैसे आसान विधि से माता का पूजन कर सकती हैं -
अगर आप घर से दूर रह रही हैं और इस बात को लेकर परेशान हैं कि नवरात्रि पूजन कैसे करें तो चिंता मत कीजिए। अगर आप पूरे विधि-विधान से नवरात्रि पूजन और कलश स्थापना करने में असमर्थ हैं तो आप आसान विधि से भी नवरात्रि पूजन और व्रत कर सकती हैं। इसके लिए आप अपने घर के मंदिर में माँ दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति रखकर पूजा कर सकती हैं। इसके लिए सबसे पहले पूजा स्थल की साफ़-सफाई कर लें और पूजन सामग्री जैसे अगरबत्ती, चंदन, फल-फूल, नारियल, धूप, कपूर, अक्षत, लाल कपड़ा, चुनरी आदि इकट्ठा कर लें। अब सबसे पहले किसी लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर माता की तस्वीर या मूर्ति रखें और माता को लाल चुनरी चढ़ाएँ। अब माता को फूल माला और खुले फूल अर्पित करें और फल भी चढ़ाएं। आप अगरबत्ती, धूप, रौली, कपूर, अक्षत और ज्योति के साथ माँ दुर्गा की पूजा करें। अगर आप कलश स्थापना करना चाहती हैं एक कलश में गंगा जल डालें और आम की पत्तियाँ रखकर उस पर नारियल रखें। आप अपने सामर्थ्य के अनुसार एक मिट्टी के पात्र में जौ के बीज भी बो सकती हैं। अगर आप जौ बो रही हैं तो नौ दिनों तक उसमें पानी का छिड़काव करें। नौ दिनों तक भक्ति भाव से माता की पूजा करें और हो सके तो सुबह-शाम पूजा स्थल पर धूप-दीप करें।
अगर आप नवरात्रि में दो समय पूजा नहीं कर सकती हैं तो सुबह के समय ही पूजा करें। अगर आप कलश स्थापना कर सकती हैं तो करें और यदि किसी कारणवश आप कलश स्थापना नहीं सकती हैं तो कोई चिंता की बात नहीं हैं। माता बस अपने भक्तों की भक्ति की भूखी हैं। उनके चरणों में सिर्फ सिर झुका लेने से भी माता अपने भक्तों का कल्याण करती हैं। आप बस सच्चे मन से माता का स्मरण और पूजन करें, माँ दुर्गा की कृपा आपके ऊपर सदैव बनी रहेगी।