94 साल की दादी का हौसला बुलंद, बिज़नेस करना कोई इनसे सीखे
By Ek Baat Bata | Nov 03, 2020
कुछ करने की चाहत हो तो कोई भी उम्र छोटी या बड़ी नहीं होती है। ऐसा ही कुछ चंडीगढ़ की 94 वर्षीय हरभजन कौर ने साबित किया है। महज चार साल पहले बेसन की बर्फी बेचकर उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत की थी और आज हरभजन कौर उन सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं जो जिंदगी में कुछ करने की ख्वाहिश रखते हैं।
चंडीगढ़ के सेक्टर-36 में रहने वाली हरभजन कौर भले ही काफी बुजुर्ग हैं लेकिन उनका काम करने का जज्बा हमारी आज की पीढ़ी को भी प्रेरणा दे रहा है। हरभजन कौर ने अपनी बेटी रवीना सूरी के प्रोत्साहन के बाद अपना घर की बनी मिठाई का बिजनेस शुरू किया था। हरभजन की बेटी ने ने ही उन्हें अपने ब्रांड का नाम 'हरभजन' रखने के लिए प्रोत्साहित किया था। हरभजन घर पर मिठाइयां बनती हैं और उनकी बेटी रवीना उसे पास की ऑर्गेनिक मंडी में बेचती हैं। जिस में उनकी बेसन की बर्फी बहुत मशहूर है। उनके ब्रांड की टैग लाइन है 'हरभजन - बचपन याद आ जाए'।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक रवीना ने अपनी माँ को अपना सपना पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया था। रिपोर्ट के मुताबिक रवीना ने बताया कि, "एक दिन कहा कि उन्होंने अपने दम पर एक पैसा भी नहीं कमाया है और उनके ये शब्द मेरे मन में बैठ गई। वे बहुत प्रतिभाशाली हैं और बहुत अच्छा खाना बनती हैं इसलिए हम कभी भी बाहर खाने नहीं गए। हमारी बचपन की यादें बेसन की बर्फी से संबंधित हैं और यही कारण है कि मैंने उन्हें यह बनाने और बेचने के लिए प्रोत्साहित किया।"
हरभजन कौर ने 90 साल की उम्र में पहली बार बेसन की बर्फी बनाकर साप्ताहिक ऑर्गेनिक बाजार में बेची थी। आज वे ऑर्डर पर घर से काम करती हैं और मुख्य रूप से मिठाई और मुरब्बा, अचार और चटनी तैयार करती हैं। उनकी बेसन की बर्फी की माँग इतनी ज़्यादा है कि अब ऑर्डर देने के बाद ग्राहकों को लंबा इंतज़ार करना पड़ता है।
दैनिक जागरण के साथ बातचीत में कौर ने कहा कि वह मिठाई पैसे के लिए नहीं, बल्कि अपनी खुशी के लिए बनाती हैं। उन्हें खुशी है कि लोग उनका काम पसंद कर रहे हैं। बर्फी की खास रेसिपी को उन्होंने पिता स्व। जयराम सिंह चावला से सीखा। बर्फी बनाने का उनका अपना तरीका सौ साल से भी अधिक पुराना है।
हरभजन कौर की कहानी तब फेमस हुई थी जब महिंद्रा ग्रुप के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष आनंद महिंद्रा के एक ट्वीट में उन्हें 'इंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर' बताया था। महिंद्रा ने ट्वीट में कहा था कि इस उम्र में भी हरभजन कौर के जज्बे से दूसरों को सीख लेनी चाहिए।