Sudha Murthy Birthday: टाटा कंपनी में सुधा मूर्ति ऐसे बनी थीं पहली महिला इंजीनियर, जानें दिलचस्प बातें

By Ek Baat Bata | Aug 19, 2023

इन्फोसिस के इन्फोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति आज यानी की 19 अगस्त को अपना 73वां जन्मदिन मना रही हैं। सिंपल साड़ी और चेहरे पर मुस्कान रखने वाली सुधा मूर्ति का जन्म 19 अगस्त को हुआ था। बता दें कि सुधा ने इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की थी। उस दौरान लड़कियों का इंजीनियरिंग करना काफी ज्यादा अनोखी बात मानी जाती थी। सुधा मूर्ति के घरवाले भी उनके इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने से सहमत नहीं थे। लेकिन सुधा मूर्ति की जिद के आगे घरवालों को भी झुकना पड़ा। आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर सुधा मूर्ति के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक घटनाओं के बारे में...

जन्म और शिक्षा
कर्नाटक के शिगगांव में 19 अगस्त 1950 को सुधा मूर्ति का जन्म हुआ था। उनके पिता डॉक्टर व माता एक हाउसवाइफ थीं। सुधा का पालन-पोषण आम भारतीय परिवार की तरह हुआ था। सुधा ने बीवीबी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, हुबली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था। बता दें कि वह इंजीनियरिंग कॉलेज में 150 छात्रों के बीच एडमिशन लेने वाली पहली महिला छात्रा थीं। 

लेकिन इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए सुधा को अपने परिवार की तीन शर्तों को मानना पड़ा था। पहली शर्त के अनुसार, सुधा को साड़ी में कॉलेज जाना होगा। दूसरी शर्त थी कि कैंटीन नहीं जाना है और लड़कों से बात नहीं करनी है। जिसमें से दो शर्तें तो पूरी हो गईं, लेकिन तीसरी शर्त पूरी नहीं हो पायी। क्योंकि जब सुधा क्लास में फर्स्ट आईं, तो कॉलेज के लड़कों ने खुद से उनसे बात करनी शुरू कर दी। क्लास में फर्स्ट आने के बाद कर्नाटक के सीएम ने उनको पदक से सम्मानित किया था। बाद में उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस से कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की।

कॅरियर
सुधा मूर्ति भारत की सबसे बड़ी ऑटो निर्माता कंपनी टेल्को में काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर बनीं। उन्होंने पुणे में विकास अभियंता के रूप में काम करने के बाद मुंबई और जमदेशपुर में काम किया। इसके बाद जब सुधा के पति ने इंफोसिस फाउंडेशन की स्थापना की, तो उन्होंने अपने पति को 10,000 रुपए उधार दिए थे। फिर सुधा ने अपनी नौकरी छोड़ अपने पति नारायण मूर्ति की मदद की। 

सुधा मूर्ति का परिवार
बता दें कि सुधा इंफोसिस फाउंडेशन के संस्थापक नारायण मूर्ति की पत्नी हैं। सुधा और उनके पति नारायण मूर्ति के दो बच्चे हैं। जिनका नाम अक्षिता मूर्ति और रोहन मूर्ति है। वहीं उनकी बेटी अक्षिता ब्रिटेन में रहने वाली भारतीय फैशन डिजाइनर हैं। वह भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं और ऋषि सुनक सुधा मूर्ति के दामाद थे। सुधा के बेटे रोहन क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया के साथ ही एक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन स्टार्ट अप सोरोको के संस्थापक हैं।

लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता
सुधा मूर्ति फेमस सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका भी हैं। उन्होंने आठ उपन्यास लिखे थे। सुधा मूर्ति भारत की सबसे बड़ी ऑटो निर्माता इंजीनियरिंग और लोकोमोटिव कंपनी टेल्को में काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर के तौर पर जानी जाती हैं। साल 2006 में सुधा मूर्ति को समाजसेवा के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।