हर पेरेंट्स की चाहत होती है कि उनका बच्चा अपनी लाइफ में आगे बढ़ें। इसलिए पेरेंट्स को बच्चों की सिर्फ पढ़ाई-लिखाई ही नहीं बल्कि खेलकूद और सामाजिक मेलजोल बढ़ाने पर जोर देना चाहिए। क्योंकि अगर बच्चा सोशली एक्टिव रहेगा तो वह सामाजिक रूप से मजबूत बनेगा।