एक बार भरोसा टूटने के बाद हम फिर से भरोसा करने में दस बार सोचते हैं। अगर आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है, तो क्या आप हिम्मत जुटा पाएंगे और एक बार फिर सामने वाले को अपनी जिंदगी में पहले जैसी जगह दे पाएंगे।